Mumbai. मुंबई से बेंगलुरु जा रही अकासा एयर (Akasa Air) की एक फ्लाइट में शनिवार को बड़ा हादसा होने से बच गया। जब विमान ने उड़ान भरी उस समय तक सब ठीक था। इसके बाद अचानक फ्लाइट से पक्षी टकरा गया। केबिन में कुछ जलने की गंध आनी शुरू हो गई। इसके बाद यात्रियों ने शिकायत की तो विमान को वापस मुंबई में लैंड कराया गया। हालांकि, विमान में सवार सभी यात्री और चालक दल के सदस्य सुरक्षित थे। अकासा एयर ने इस साल 7 अगस्त को अपना परिचालन शुरू किया था। इस फ्लाइट में कितने लोग सवार थे, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। दूसरी ओर नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के एक अधिकारी ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि डीजीसीए इस घटना की जांच कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुंबई से बैंगलोर के लिए अकासा एयर की उड़ान AKJ1103 का संचालन विमान वीटी-वाईएई कर रहा था, केबिन में जलने की गंध के कारण विमान रास्ते से लौट आया। जांच में पता चला कि यह पक्षी के जलने की गंध थी। उसके अलावा विमान या इंजन में कोई खराबी नहीं आई।
7 अगस्त को भरी थी पहली फ्लाइट ने भरी थी उड़ान
अकासा एयर की पहली फ्लाइट ने 7 अगस्त को उड़ान भरी थी। अकासा की पहली फ्लाइट मुंबई से अहमदाबाद के लिए रवाना हुई थी। सात अक्टूबर को अकासा एयर ने अपने दो महीने पूरे किए थे।
कम किराये में सफर की सुविधा
आकासा एयरलाइंस को लो-कॉस्ट कैरियर के तौर पर शुरू किया गया है यानी कम किराये की दरों पर यात्री हवाई सफर का लुत्फ ले सकते हैं। कम किराये की सुविधा के कारण कंपनी बाकी लो कॉस्ट एयरलाइंस जैसे कि स्पाइसजेट, इंडिगो और गो फर्स्ट आदि के साथ प्रतिस्पर्धा में है। अगले पांच वर्षों में एयरलाइंस में 72 विमान शामिल करने की प्लानिंग है। कंपनी पिछले वर्ष 26 नवंबर को 72 मैक्स विमानों को खरीदने के लिए बोइंग से करार किया था।
राकेश झुनझुनवाला की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी
दिवंगत निवेशक और शेयर व्यापारी राकेश झुनझुनवाला और उनके परिवार की आकासा एयरलाइंस में सबसे ज्यादा करीब 45 फीसदी हिस्सेदारी है। झुनझुवाला के बाद दूसरे नंबर पर कंपनी के फाउंडर और सीईओ विनय दुबे की 16.13 फीसदी हिस्सेदारी है। कंपनी के प्रमोटर्स में विनय दुबे के अलावा, संजय दुबे, नीरज दुबे, पीएआर कैपिटल वेंचर्स, माधव भटकुली और कार्तिक वर्मा के नाम शामिल हैं।